Uttarakhand Panchayat Chunav

📰 Uttarakhand Panchayat Chunav : नामांकन जांच के बीच मतदाता सूची पर मचा सियासी घमासान

उत्तराखंड में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया अपने चरम पर है, लेकिन हरिद्वार जिले को छोड़ बाकी 12 जिलों में नामांकन जांच के दौर में ही एक बड़ा सियासी घमासान खड़ा हो गया है। Uttarakhand Panchayat Chunav को लेकर विपक्ष और सत्तापक्ष आमने-सामने हैं—मुद्दा है मतदाता सूची में दोहरी प्रविष्टियों को लेकर।

🗓 28 जून से शुरू हुई चुनावी प्रक्रिया

राज्य निर्वाचन आयोग ने 28 जून को संशोधित अधिसूचना जारी करते हुए पंचायत चुनाव 2024 की औपचारिक शुरुआत की थी। 5 जुलाई तक नामांकन की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है और अब 9 जुलाई तक नामांकन पत्रों की जांच चल रही है।

🗳 दोहरी मतदाता सूची: कांग्रेस का आरोप

कांग्रेस का आरोप है कि कई ऐसे लोग हैं जो पहले नगर निकायों में मतदाता थे, लेकिन अब पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में भी उनका नाम जुड़ गया है। यही नहीं, वे नामांकन भी दाखिल कर चुके हैं

इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए कांग्रेस ने 23 जून को राज्य निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपा, जिसमें यह साफ किया गया कि यह प्रक्रिया चुनावी पारदर्शिता पर सवाल खड़े करती है।

🧾 Uttarakhand Panchayat Chunav : आयोग की दोहरी गाइडलाइन से बढ़ा विवाद

27 जून को आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश जारी किए थे कि जिन लोगों का नाम पहले नगर निकाय की मतदाता सूची में था, उनका नामांकन रद्द किया जाए यदि वे पंचायत चुनाव लड़ रहे हैं।

इस निर्देश के आधार पर टिहरी गढ़वाल सहित कई जिलों ने आदेश जारी भी कर दिए।

लेकिन विवाद तब और गहराया जब 6 जुलाई को आयोग ने एक नया आदेश जारी कर दिया, जो पहले आदेश से बिल्कुल उलट था। इसमें कहा गया कि किसी भी प्रत्याशी का नामांकन सिर्फ इसलिए रद्द नहीं किया जा सकता कि उसका नाम एक से अधिक स्थानों पर मतदाता सूची में है।

Uttarakhand nirchavachan 6 july letter

📣 कांग्रेस का पलटवार

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने इसे कानून का उल्लंघन बताया। उनका कहना है कि वर्ष 2019 में हुए संशोधन के बाद यह स्पष्ट किया गया था कि एक व्यक्ति एक ही निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता हो सकता है, लेकिन अब आयोग अपने ही निर्देशों से पलट रहा है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य निर्वाचन आयोग पर सरकार का दबाव है और निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया खतरे में पड़ सकती है।

🐘 भाजपा का पलटवार: “कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं”

भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस कोर्ट में भी पंचायत चुनाव रुकवाने में असफल रही है, और अब केवल जनता को भ्रमित करने के लिए ये बयानबाजी कर रही है।

उन्होंने कहा कि जनता का Uttarakhand Panchayat Chunav को लेकर उत्साह चरम पर है, और भाजपा को भारी बहुमत मिलने वाला है।

🌧 आपदा और चुनाव साथ-साथ

राज्य में भारी बारिश और आपदा की स्थिति के बीच पंचायत चुनाव की सरगर्मी एक दोहरे संकट की स्थिति बना रही है। जहां एक ओर शासन-प्रशासन आपदा राहत में जुटा है, वहीं दूसरी ओर निर्वाचन अधिकारी नामांकन जांच और चुनावी तैयारियों में व्यस्त हैं।

🧾 निष्कर्ष

Uttarakhand Panchayat Chunav में मतदाता सूची विवाद ने सियासी पारा गर्म कर दिया है। कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं, जबकि चुनाव आयोग के परस्पर विरोधाभासी निर्देशों ने स्थिति और अधिक उलझा दी है। अब देखना यह है कि राज्य निर्वाचन आयोग इस मुद्दे पर स्पष्ट दिशा-निर्देश देकर विवादों पर विराम लगा पाएगा या नहीं।

❓FAQs (Frequently Asked Questions)

Q1. Uttarakhand Panchayat Chunav 2025 में नामांकन प्रक्रिया कब तक चलेगी?

A: नामांकन प्रक्रिया 5 जुलाई को समाप्त हो चुकी है और 9 जुलाई तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

Q2. क्या एक ही व्यक्ति का नाम नगर निकाय और पंचायत दोनों की मतदाता सूची में हो सकता है?

A: 6 जुलाई को जारी आयोग की गाइडलाइन के अनुसार, सिर्फ इसी आधार पर नामांकन अस्वीकृत नहीं किया जा सकता, लेकिन पहले इसके विपरीत निर्देश भी दिए गए थे।

Q3. क्या हरिद्वार जिले में भी Uttarakhand Panchayat Chunav हो रहे हैं?

A: नहीं, हरिद्वार को छोड़कर 12 जिलों में ही Uttarakhand Panchayat Chunav हो रहे हैं।

Q4. कांग्रेस ने क्या आरोप लगाए हैं?

A: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कई प्रत्याशियों के नाम दो मतदाता सूचियों में हैं, जिससे चुनाव की निष्पक्षता प्रभावित हो रही है।

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