कोटद्वार में भारी बारिश से तबाही, आर्मी कैंप का संपर्क मार्ग बहा

Kotdwar Army camp bridge destroyed by rain

🌧️Kotdwar में भारी बारिश के बाद तबाही का मंजर

उत्तराखंड के Kotdwar क्षेत्र में रविवार को मूसलधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया। पनियाली गदेरा उफान पर आ गया, जिससे गबर सिंह आर्मी कैंप को जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग पूरी तरह से बह गया है। इससे आर्मी कैंप का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट गया है।

🌉 पुल निर्माण में लापरवाही, खतरे में सुरक्षा

गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व आई आपदा में कई अस्थायी पुल बह गए थे। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र का दौरा कर पुल निर्माण का आश्वासन दिया था। हालांकि मालन नदी पर बना नया पुल अब चालू हो गया है, लेकिन पनियाली गदेरे पर कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ।

➡️ मुख्य तथ्य:

  • गबर सिंह कैंप का रास्ता बहा
  • आर्मी कैंप का संपर्क टूटा
  • अन्य पुलों पर अभी सुरक्षात्मक कार्य जारी

🚧 फोरलेन हाइवे पर भी बाधा, वाहन फंसे

Kotdwar-Najibabad फोरलेन हाईवे पर निर्माण कार्य के दौरान एक पुलिया क्षेत्र की जमीन धंस गई। इससे हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। यातायात को सुचारु करने के लिए JCB मशीन से मार्ग खोलने के प्रयास जारी हैं।

📸 स्थान पर हालात गंभीर

स्थानीय निवासी राकेश बिष्ट ने बताया, “हर बार बारिश में ये गदेरा उफान पर आता है, लेकिन प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठाता। अब सेना के कैंप तक पहुंच भी मुश्किल हो गई है।”


📍 भौगोलिक जानकारी (Geo Context)

  • स्थान: Kotdwar, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड
  • गदेरे का नाम: पनियाली
  • प्रभावित क्षेत्र: गबर सिंह आर्मी कैंप, फोरलेन हाईवे

❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

Q1. Kotdwar में गबर सिंह आर्मी कैंप से संपर्क क्यों टूटा?
उत्तर: भारी बारिश के कारण पनियाली गदेरा उफान पर आ गया और आर्मी कैंप को जोड़ने वाला अस्थायी मार्ग बह गया।

Q2. क्या अन्य पुलों का कार्य पूरा हो चुका है?
उत्तर: मालन नदी पर पुल तैयार है और चालू हो चुका है, लेकिन अन्य स्थानों पर सुरक्षात्मक कार्य अभी जारी हैं।

Q3. क्या Kotdwar-Najibabad फोरलेन मार्ग पर यातायात चालू है?
उत्तर: फिलहाल मार्ग बाधित है, और JCB की मदद से रास्ता खोलने का प्रयास जारी है।


📢 निष्कर्ष

Kotdwar में लगातार हो रही भारी बारिश ने एक बार फिर से स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। आर्मी कैंप से संपर्क टूटना न केवल नागरिकों बल्कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी चिंता का विषय है।

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