Chandra Grahan 2025

इस दिन लगेगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण , जानें सूतक काल और असर…

📅 Chandra Grahan 2025 की तिथि और समय

भाद्रपद पूर्णिमा 2025 को साल का आखिरी Chandra Grahan लगने वाला है। इसे धार्मिक मान्यताओं में अशुभ घटना कहा गया है।

  • तिथि – 7 सितंबर 2025
  • समय – शाम 06:05 बजे से रात 09:40 बजे तक
  • दृश्यता – भारत सहित एशिया, यूरोप और अफ्रीका

👉 यह आंशिक Chandra Grahan होगा और भारत के कई हिस्सों से स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा।


🌙 सूतक काल और धार्मिक महत्व

हिंदू परंपरा में ग्रहण का समय शुभ कार्यों के लिए वर्जित माना जाता है।

  • सूतक काल – ग्रहण से 9 घंटे पहले यानी सुबह 9 बजे से प्रारंभ होगा।
  • सूतक के दौरान भोजन, पूजा और विवाह जैसे कार्य वर्जित होते हैं।
  • ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान और दान पुण्य का विशेष महत्व है।

🔭 वैज्ञानिक दृष्टिकोण

विज्ञान की दृष्टि से Chandra Grahan (Lunar Eclipse) एक खगोलीय घटना है, जो तब घटित होती है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आकर सूर्य की रोशनी को रोक देती है। इस स्थिति में पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और चंद्रमा का पूरा या आंशिक हिस्सा ढक जाता है। यही प्रक्रिया चंद्र ग्रहण कहलाती है।

चंद्र ग्रहण तीन प्रकार का होता है:

  1. पूर्ण चंद्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse) – जब चंद्रमा पूरी तरह पृथ्वी की गहरी छाया (Umbra) में प्रवेश कर जाता है।
  2. आंशिक चंद्र ग्रहण (Partial Lunar Eclipse) – जब चंद्रमा का केवल कुछ हिस्सा ही पृथ्वी की छाया में आता है।
  3. उपछाया चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) – जब चंद्रमा केवल पृथ्वी की हल्की छाया (Penumbral Shadow) से गुजरता है, तब इसका असर बहुत हल्का दिखाई देता है।

👉 2025 का यह भाद्रपद पूर्णिमा Chandra Grahan एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, जिसमें चंद्रमा का बड़ा हिस्सा पृथ्वी की छाया से ढक जाएगा।

Chandra Grahan

वैज्ञानिक तथ्य

  • Chandra Grahan केवल पूर्णिमा (Full Moon) पर ही हो सकता है।
  • औसतन हर साल 2 से 3 चंद्र ग्रहण लगते हैं, लेकिन हर जगह से दिखाई देना जरूरी नहीं है।
  • यह घटना पूरी तरह से प्राकृतिक (Natural Astronomical Event) है।
  • चंद्र ग्रहण का मानव शरीर, स्वास्थ्य या जीवन पर कोई वैज्ञानिक नकारात्मक प्रभाव सिद्ध नहीं हुआ है।

धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का अंतर

  • विज्ञान के अनुसार, यह सिर्फ एक खगोलीय घटना है जिसे नंगी आंखों से सुरक्षित रूप से देखा जा सकता है
  • धार्मिक मान्यताओं में चंद्र ग्रहण को अशुभ काल माना जाता है और सूतक काल के नियम लागू होते हैं।
  • वैज्ञानिक कहते हैं कि गर्भवती महिलाएं और अन्य लोग इसे देखने से बच सकते हैं यदि अंधविश्वास की वजह से मानसिक तनाव हो, लेकिन वास्तविक स्वास्थ्य हानि का कोई सबूत नहीं है।
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✨ राशियों पर Chandra Grahan 2025 का प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं किस राशि पर इसका क्या असर होगा—

♈ मेष (Aries)

ग्रहण आपके करियर और कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव ला सकता है। अनावश्यक तनाव से बचें।

♉ वृषभ (Taurus)

विदेश यात्रा की संभावना बन सकती है। विद्यार्थियों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा।

♊ मिथुन (Gemini)

आर्थिक मामलों में सावधानी रखें। किसी पुराने निवेश से नुकसान हो सकता है।

♋ कर्क (Cancer)

दांपत्य जीवन और रिश्तों में मतभेद बढ़ सकते हैं। धैर्य और संवाद बनाए रखें।

♌ सिंह (Leo)

स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। खानपान में लापरवाही न करें।

♍ कन्या (Virgo)

प्रेम संबंधों और रचनात्मक कार्यों के लिए समय अच्छा रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा।

♎ तुला (Libra)

गृहस्थ जीवन में उतार-चढ़ाव संभव है। पारिवारिक कलह से बचें।

♏ वृश्चिक (Scorpio)

संपर्कों और संचार से लाभ मिलेगा। भाइयों और मित्रों से सहयोग मिलेगा।

♐ धनु (Sagittarius)

आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है लेकिन खर्च भी बढ़ेंगे। निवेश सोच-समझकर करें।

♑ मकर (Capricorn)

आपके आत्मविश्वास और व्यक्तित्व में निखार आएगा। नए अवसर मिल सकते हैं।

♒ कुंभ (Aquarius)

मन अशांत रह सकता है। आध्यात्मिक साधना और ध्यान से लाभ मिलेगा।

♓ मीन (Pisces)

सामाजिक प्रतिष्ठा और मान-सम्मान बढ़ेगा। मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा।

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🧘 Chandra Grahan के दौरान क्या करें और क्या न करें

✔️ क्या करें

  • मंत्र जाप और ध्यान करें
  • स्नान और दान का महत्व बढ़ जाता है
  • ग्रहण खत्म होने के बाद घर को शुद्ध करें

❌ क्या न करें

  • भोजन न करें
  • गर्भवती महिलाएं ग्रहण न देखें
  • कोई नया कार्य प्रारंभ न करें

📖 निष्कर्ष

भाद्रपद पूर्णिमा 2025 का यह साल का आखिरी Chandra Grahan धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अशुभ माना गया है। हालांकि विज्ञान इसे खगोलीय घटना बताता है, लेकिन ज्योतिष के अनुसार यह 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालेगा। इसलिए सावधानी और आध्यात्मिक साधना से इस समय का सदुपयोग किया जा सकता है।


❓ FAQ

Q1: भाद्रपद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण कब लगेगा?
👉 7 सितंबर 2025 को शाम 06:05 बजे से रात 09:40 बजे तक।

Q2: क्या यह ग्रहण भारत से दिखाई देगा?
👉 हां, यह भारत सहित एशिया, यूरोप और अफ्रीका में दिखाई देगा।

Q3: राशियों पर इसका क्या प्रभाव होगा?
👉 हर राशि पर अलग असर होगा, कुछ पर सकारात्मक तो कुछ पर नकारात्मक।

Q4: सूतक काल कब लगेगा?
👉 ग्रहण से 9 घंटे पहले यानी सुबह 9 बजे से।


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