Kota Srinivasa Rao

🌅Kota Srinivasa Rao : एक युग का अंत

तेलुगु सिनेमा के चमकते सितारे कोटा श्रीनिवास राव ने 13 जुलाई 2025 की सुबह इस दुनिया को अलविदा कह दिया, जिससे सिनेमा प्रेमियों के बीच शोक की लहर दौड़ गई।83 वर्ष की उम्र में, उन्होंने हैदराबाद स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली, जिससे फिल्म और राजनीतिक जगत दोनों में शोक की लहर दौड़ गई।

उनके घर के बाहर प्रशंसकों की भीड़, सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों की बाढ़ और सेलेब्रिटीज की आंखें नम—ये सब कुछ इस बात का प्रमाण हैं कि कोटा श्रीनिवास राव केवल एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक संस्था थे।


🎭 अभिनय की दुनिया में शुरुआती कदम

Kota Srinivasa Rao का जन्म 10 जुलाई 1942 को आंध्र प्रदेश के कांकीपाडु गांव में हुआ था। उनके पिता, डॉ. सीता राम अंजनेयुलु, पेशे से डॉक्टर थे, और कोटा जी भी पहले उनके पदचिन्हों पर चलने की सोच रहे थे।

हालांकि, कॉलेज में पढ़ाई के दौरान उनका झुकाव रंगमंच की ओर हुआ और यहीं से उनके अभिनय का सफर शुरू हुआ। साथ ही उन्होंने स्टेट बैंक में नौकरी भी की, लेकिन थिएटर के प्रति उनकी लगन ने उन्हें फिल्मी दुनिया तक पहुंचा दिया।


🎬 फिल्मों में जबरदस्त करियर

Kota Srinivasa Rao ने 1978 में फिल्म प्रणाम खरीदु से अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और करीब 700 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया।

उनकी पहचान ज्यादातर खलनायक या ग्रे शेड्स वाले किरदारों के लिए थी, लेकिन उन्होंने हर भूमिका में अपनी अलग छाप छोड़ी। चाहे वो ‘अन्नामय्या’ का धर्मपरायण किरदार हो या ‘शिव राम राजू’ का तीखा संवाद, हर किरदार में जान डाल देना उनकी खासियत थी।


🏛️ राजनीति में भी सशक्त उपस्थिति

सिर्फ सिनेमा ही नहीं, Kota Srinivasa Rao ने राजनीति में भी अपने विचारों और कार्यशैली से गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने 1990 के दशक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा और 1999 में विजयवाड़ा सीट से आंध्र प्रदेश विधानसभा के सदस्य चुने गए।

एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के रूप में उन्होंने अपने क्षेत्र में कई जनहित कार्य किए और समाज की बेहतरी के लिए हमेशा सक्रिय रहे।


🛑 अफवाहें और सच्चाई

कुछ वर्षों पहले सोशल मीडिया पर उनकी मृत्यु की झूठी खबर फैली थी, जिसका उन्होंने खुद खंडन करते हुए एक वीडियो जारी किया था। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया था कि किसी की जान से जुड़ी खबरों को फैलाने से पहले सत्यापन करें।

लेकिन इस बार खबर सच थी। 13 जुलाई की सुबह 4 बजे, Kota Srinivasa Rao का निधन हो गया। लंबे समय से वे बीमार चल रहे थे।


📢 भावभीनी श्रद्धांजलियां

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सोशल मीडिया पर लिखा:

कोटा श्रीनिवास राव का जाना तेलुगु सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने रंगमंच और फिल्मों में जिन जटिल भूमिकाओं को जीवंत किया, वे हमेशा दर्शकों के दिलों में जीवित रहेंगी।”

इसी तरह कई अन्य कलाकारों और नेताओं ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।

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🌟 कोटा श्रीनिवास राव की विरासत

  • फिल्मों की संख्या: 700+
  • राजनीतिक उपलब्धि: विधायक, विजयवाड़ा (1999)
  • प्रमुख पहचान: दमदार विलेन और चरित्र अभिनेता
  • थिएटर अनुभव: 50+ साल

उनका करियर इस बात का उदाहरण है कि कैसे जुनून, मेहनत और धैर्य से कोई भी कलाकार दर्शकों के दिलों में अमर हो सकता है।


🧠 जीवन से मिली प्रेरणा

Kota Srinivasa Rao की यात्रा यह दिखाती है कि यदि व्यक्ति में सच्चा जुनून हो, तो वह किसी भी परिस्थिति को पार कर सकता है। उन्होंने अभिनय में जो गहराई और ईमानदारी दिखाई, वह उन्हें बाकी कलाकारों से अलग बनाती है।

उनकी जिंदगी का एक गहरा संदेश यह भी है:

“अगर आपके भीतर जुनून हो, तो कोई भी राह मुश्किल नहीं होती।”


❓ FAQ – कोटा श्रीनिवास राव से जुड़े प्रश्न

Q1. Kota Srinivasa Rao कौन थे?
A. कोटा श्रीनिवास राव एक प्रसिद्ध तेलुगु अभिनेता और पूर्व विधायक थे जिन्होंने 700+ फिल्मों में अभिनय किया और विजयवाड़ा से आंध्र प्रदेश विधानसभा सदस्य रहे।

Q2. कोटा श्रीनिवास राव का निधन कब हुआ?
A. उनका निधन 13 जुलाई 2025 को सुबह 4 बजे, हैदराबाद में हुआ।

Q3. उनकी प्रमुख फिल्में कौन-कौन सी हैं?
A. ‘अन्नामय्या’, ‘शिव राम राजू’, ‘आखिरी निर्णय’ जैसी फिल्मों में उनका अभिनय दर्शनीय रहा है।

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