
Ranya Rao कौन हैं?
Ranya Rao दक्षिण भारतीय फिल्मों की जानी-मानी अभिनेत्री हैं, जिन्होंने कन्नड़ और तमिल फिल्मों में अपने अभिनय से पहचान बनाई है। लेकिन मार्च 2025 में उनका नाम एक ऐसे बड़े गोल्ड स्मगलिंग रैकेट से जुड़ गया, जिसने पूरे देश को चौंका दिया।
✈️ दुबई से लाई गई थी सोने की बड़ी खेप
3 मार्च 2025 को जब Ranya Rao दुबई से बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचीं, तब उनके बैग या पर्स से नहीं, बल्कि उनके शरीर पर लिपटे हुए 14.2 किलो 24 कैरेट सोने को कस्टम अधिकारियों ने बरामद किया। इसके अलावा, उनके पास से जूतों और जेब में छिपाए गए सोने के बार भी मिले।
💰 अधिकारियों के अनुसार, बरामद किए गए सोने का बाजार मूल्य करीब 12.5 करोड़ रुपये आंका गया है।

🕵️♂️ DRI की जांच में चौंकाने वाले खुलासे
🛫 DRI की रिपोर्ट के अनुसार, Ranya Rao ने बीते आधे साल में दुबई के 27 चक्कर लगाए, जो सामान्य यात्राओं की तुलना में बेहद असामान्य मानी जा रही हैं — और यही बात जांच एजेंसियों को सतर्क कर गई।
- दुबई में उन्होंने Vira Diamonds Trading LLC नाम की कंपनी खोली थी।
- उन्होंने हावाला नेटवर्क के ज़रिए भारत में करोड़ों रुपये भेजे और सोना मंगवाया।
- अब तक की जांच में सामने आया कि यह गैंग ₹40 करोड़ से अधिक का सोना तस्करी के जरिए भारत ला चुका है।
🏠 घर से मिली करोड़ों की संपत्ति
DRI की टीम जब बेंगलुरु में स्थित Ranya Rao के आवास पर पहुंची, तो छापेमारी के दौरान उन्हें वहां से बड़ी मात्रा में नकदी और कीमती ज्वेलरी बरामद हुई।
- ₹2.06 करोड़ की ज्वेलरी
- ₹2.67 करोड़ नकद
जब्त की गई।
⚖️ कोर्ट ने खारिज की ज़मानत
हालांकि कुछ समय पहले अदालत ने तकनीकी कारणों से डिफॉल्ट बेल दी थी, लेकिन फिर CEIB (Central Economic Intelligence Bureau) ने Ranya Rao के खिलाफ COFEPOSA Act लागू कर दिया।
👉 इसका मतलब है कि अब Ranya Rao को कम से कम 1 साल तक जमानत नहीं मिलेगी और उन्हें जेल में ही रहना होगा।
🏢 Enforcement Directorate (ED) का एक्शन
जुलाई 2025 में ED ने Ranya Rao की ₹34 करोड़ की संपत्ति अटैच कर ली, जिसमें फ्लैट, बैंक अकाउंट्स और अन्य अचल संपत्तियाँ शामिल थीं।
👥 👥 इस पूरे केस में Ranya Rao अकेली नहीं हैं। जांच के दायरे में दो और बड़े नाम शामिल हैं:
- Tarun Konduru Raju – Ranya Rao के साथ व्यवसायिक रूप से जुड़े होने के साथ-साथ, उन पर इस तस्करी नेटवर्क का प्रमुख रणनीतिकार होने का संदेह है। आरोप है कि उन्होंने दुबई में फर्जी कंपनियों की मदद से सोने की खरीद-फरोख्त में अहम भूमिका निभाई।
- Sahil Sakariya Jain – इस केस का एक और अहम किरदार, जिसे जांच एजेंसियां हावाला ट्रांजैक्शन का मास्टरमाइंड मान रही हैं। माना जा रहा है कि इनके जरिए ही विदेश से भारत में अवैध धन पहुंचाया गया।
🕵️♂️ इन सबके पीछे जो अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क काम कर रहा है, उसकी जड़ें और गहरी हो सकती हैं। इसी वजह से अब DRI ने CBI को जांच से जोड़ने का फैसला लिया है, ताकि इस सिंडिकेट के सभी लिंक—चाहे वे भारत में हों या विदेश में—साफ़ तौर पर सामने लाए जा सकें।जा सके।

📅 घटनाक्रम संक्षेप में:
तारीख | घटना |
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3 मार्च 2025 | Ranya Rao बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार हुई |
अप्रैल 2025 | COFEPOSA लागू, कोर्ट में सुनवाई |
मई 2025 | डिफॉल्ट बेल दी गई लेकिन COFEPOSA के चलते लागू नहीं |
जुलाई 2025 | ED द्वारा ₹34 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया गया |
मार्च 2026 तक | Ranya Rao को जमानत नहीं मिल सकती |
🔎 जनता और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस केस को लेकर काफ़ी चर्चा है। कई लोगों का कहना है कि एक फेमस एक्ट्रेस का इस तरह से अपराध में शामिल होना शर्मनाक है, जबकि कुछ लोग इसे पॉवर और कनेक्शन के दुरुपयोग का उदाहरण मानते हैं।
📣 निष्कर्ष
ये मामला एक ग्लैमरस चेहरा होने के बावजूद, अपराध की सच्चाई और सिस्टम की गहराई को उजागर करता है। Ranya Rao की गिरफ्तारी ने साबित कर दिया है कि कानून की पकड़ से कोई नहीं बच सकता, चाहे वह फिल्मी दुनिया से हो या अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़ा हो।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि और कितने चेहरों से नकाब हटता है, और क्या Ranya Rao को अदालत से कोई राहत मिलती है या नहीं।
📌 FAQ (FAQ Schema Enabled)
Q1. Ranya Rao को कब गिरफ्तार किया गया?
उत्तर: 3 मार्च 2025
Q2. उनके पास से कितना सोना मिला?
उत्तर: 14.2 किलोग्राम 24 कैरेट सोना, जिसकी कीमत ₹12.56 करोड़ थी।
Q3. क्या उन्हें जमानत मिली?
उत्तर: नहीं, COFEPOSA लागू होने के कारण एक साल तक जमानत नहीं मिलेगी।
Q4. उनके खिलाफ कौन सी एजेंसियाँ जांच कर रही हैं?
उत्तर: DRI, ED और अब CBI भी मामले की जांच कर रही है।