🕉️ हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद — इस साल 139 दिन चली यात्रा
उत्तराखंड के चमोली ज़िले में स्थित Hemkund Sahib के कपाट आज शुक्रवार दोपहर एक बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इसके साथ ही लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी बंद हुए। पिछले दिनों हुई बर्फबारी से पूरा क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर में ढक गया है, जिससे मौसम अत्यंत ठंडा हो गया है।
🛕 अंतिम अरदास और कपाट बंद होने की प्रक्रिया
सिखों के पवित्र स्थल Hemkund Sahib में इस साल की अंतिम अरदास आज सुबह की गई।
सुबह 10 बजे सुखमणी साहिब के पाठ के साथ कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हुई।
हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि सुखमणी साहिब पाठ और कीर्तन के बाद गुरुग्रंथ साहिब को सचखंड में सुशोभित किया गया। दोपहर 1 बजे औपचारिक रूप से कपाट बंद कर दिए गए।
वहीं लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट 12 बजकर 31 मिनट पर बंद हुए। दोनों धार्मिक स्थल एक ही परिसर में स्थित हैं, जो हर साल हजारों श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करते हैं।

🙏 दो लाख 72 हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
इस साल Hemkund Sahib यात्रा के दौरान 2 लाख 72 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र झील और गुरुद्वारे के दर्शन किए।
यात्रा के दौरान हर ओर श्रद्धा और भक्ति का वातावरण रहा। स्थानीय प्रशासन और हेमकुंड साहिब ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेहतर प्रबंध किए।

📅 139 दिन चली Hemkund Sahib यात्रा
Hemkund Sahib के कपाट इस साल 25 मई 2025 को खोले गए थे और आज 10 अक्टूबर 2025 को बंद किए गए।
इस तरह यात्रा कुल 139 दिन चली।
इन 139 दिनों में भक्तों ने न सिर्फ धार्मिक अनुभव प्राप्त किया, बल्कि हिमालय की गोद में प्रकृति की अद्भुत सुंदरता का भी आनंद लिया।

🌨️ अब अगले वर्ष खुलेंगे कपाट
अब Hemkund Sahib के कपाट अगले वर्ष मई 2026 में दोबारा खोले जाएंगे।
शीतकाल के दौरान यह पूरा क्षेत्र बर्फ से ढका रहता है और यहां पहुंचना संभव नहीं होता।
कपाट बंद होने के बाद, ट्रस्ट सदस्यों द्वारा गुरुद्वारे की सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन को सौंप दी गई है।


🧭 निष्कर्ष
Hemkund Sahib केवल एक तीर्थ नहीं, बल्कि आस्था और प्रकृति का अद्भुत संगम है।
हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं और गुरु की कृपा से मन की शांति पाते हैं।
अब जब कपाट बंद हो चुके हैं, श्रद्धालु अगले वर्ष के कपाट खुलने का इंतजार करेंगे — नई उम्मीद और नई आस्था के साथ।
❓ FAQs
🕉️ 1. हेमकुंड साहिब कहाँ स्थित है?
उत्तर: Hemkund Sahib उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है। यह स्थल लगभग 4,633 मीटर (15,200 फीट) की ऊंचाई पर है और बर्फ से ढकी हिमालय की पर्वतमाला के बीच बसा हुआ है।
📅 2. हेमकुंड साहिब के कपाट कब खुलते और बंद होते हैं?
उत्तर: Hemkund Sahib के कपाट हर साल मई के अंतिम सप्ताह में खोले जाते हैं और अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह में शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाते हैं। इस साल यात्रा 25 मई 2025 से 10 अक्टूबर 2025 तक चली।
🚶♂️ 3. हेमकुंड साहिब तक पहुँचने का रास्ता क्या है?
उत्तर: श्रद्धालुओं को गोविंदघाट तक सड़क मार्ग से पहुँचना होता है। वहाँ से घांघरिया (घांगरिया) तक लगभग 13 किलोमीटर की पैदल यात्रा या घोड़े/पालकी से पहुँचा जा सकता है।
Hemkund Sahib घांघरिया से आगे 6 किलोमीटर की चढ़ाई पर स्थित है।
❄️ 4. हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय कौन-सा है?
उत्तर: Hemkund Sahib यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय जून से सितंबर तक माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और घाटी में फूलों की घाटी (Valley of Flowers) अपनी पूरी खूबसूरती पर होती है।
🙏 5. हेमकुंड साहिब का धार्मिक महत्व क्या है?
उत्तर: Hemkund Sahib सिखों का अत्यंत पवित्र स्थल है। माना जाता है कि दसवें सिख गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने पूर्व जन्म में यहां तपस्या की थी। यही कारण है कि यह स्थान सिख आस्था का केंद्र माना जाता है।
🌨️ 6. क्या शीतकाल में हेमकुंड साहिब जाया जा सकता है?
उत्तर: नहीं, शीतकाल (अक्टूबर से मई) में Hemkund Sahib का इलाका पूरी तरह बर्फ से ढका रहता है और मार्ग बंद हो जाते हैं। इसलिए इस दौरान वहां पहुँचना संभव नहीं होता।
📸 7. हेमकुंड साहिब यात्रा के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
- ऊँचाई अधिक होने के कारण ऑक्सीजन कम होती है, इसलिए धीरे-धीरे चढ़ाई करें।
- गर्म कपड़े और रेनकोट साथ रखें।
- प्लास्टिक का उपयोग न करें और पर्यावरण की स्वच्छता बनाए रखें।
- मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें।
🏔️ 8. हेमकुंड साहिब के पास और कौन-कौन से दर्शनीय स्थल हैं?
उत्तर:
- वैली ऑफ फ्लावर्स (Valley of Flowers National Park)
- बद्रीनाथ धाम
- गोविंदघाट और जोशीमठ
ये सभी स्थल Hemkund Sahib यात्रा मार्ग में पड़ते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हैं।




