
🌿 Bedni Bugyal क्या है?
Bedni Bugyal उत्तराखंड के चमोली ज़िले में 3,354 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक हरा-भरा बुग्याल (alpine meadow) है। “बुग्याल” का अर्थ होता है ऊंचाई पर फैला हुआ घास का मैदान। यह स्थान ट्रैकिंग करने वालों के लिए बेहद पसंदीदा है, क्योंकि यहां से Trishul और Nanda Ghunti पर्वत की चोटियों का शानदार दृश्य दिखाई देता है।
यह बुग्याल Roopkund Lake Trek के प्रमुख पड़ावों में से एक है और इसका धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व भी है।
📍 भौगोलिक स्थिति और पहुंच (Location & Accessibility)
- राज्य: उत्तराखंड
- ज़िला: चमोली
- निकटतम गांव: लोहाजंग
- ट्रैकिंग बेस कैम्प: वाण गांव (Wan Village)
- निकटतम रेलवे स्टेशन: ऋषिकेश (लगभग 220 KM)
- निकटतम एयरपोर्ट: जॉलीग्रांट, देहरादून (लगभग 250 KM)
आप वाण गांव तक वाहन से पहुँच सकते हैं, और वहां से Bedni Bugyal तक लगभग 11 किलोमीटर का ट्रैक शुरू होता है।
🧭 Bedni Bugyal Trek Route: पूरा ट्रैकिंग प्लान
Bedni Bugyal तक पहुंचने का ट्रैक आसान से मध्यम श्रेणी का माना जाता है। यह 6 से 7 दिनों का ट्रैक होता है जिसमें मुख्य पड़ाव होते हैं:
- Day 1: ऋषिकेश से लोहाजंग तक वाहन यात्रा (220 KM)
- Day 2: लोहाजंग से वाण गांव और ट्रैक शुरू होकर घाईरोली पातल
- Day 3: घाईरोली पातल से Bedni Bugyal तक ट्रैक
- Day 4: Bedni Bugyal से आगे रूपकुंड की ओर
- Day 5-6: वापसी
ट्रैकिंग के दौरान देवदार और बुरांश के घने जंगल, छोटी धाराएं और हरे मैदानों से गुजरते हैं, जो अनुभव को जादुई बनाते हैं।
🪷 धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
Bedni Bugyal केवल ट्रैकिंग स्थल ही नहीं, बल्कि Nanda Devi Raj Jat Yatra का एक अहम पड़ाव भी है। यह यात्रा 12 साल में एक बार होती है और इसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
यहां स्थित Bedni Kund एक पवित्र तालाब है, जहाँ भक्तजन पूजा करते हैं। माना जाता है कि नंदा देवी इसी मार्ग से कैलाश पर्वत की ओर जाती हैं।

🌄 क्या है खास – Trishul Darshan और प्राकृतिक सौंदर्य
यहाँ से आप उत्तराखंड की प्रसिद्ध हिमालयी चोटियों जैसे:
- Trishul Parvat (7,120 मीटर)
- Nanda Ghunti (6,309 मीटर)
का सीधा और साफ दृश्य देख सकते हैं।
यह मैदान ग्रीन कार्पेट जैसा दिखता है जिसमें अप्रैल-मई और सितंबर-अक्टूबर में रंग-बिरंगे जंगली फूल खिलते हैं। सूर्यास्त के समय बर्फीली चोटियों पर सुनहरा रंग बिखरता है जो आंखों को मंत्रमुग्ध कर देता है।

⛺ Camping और Stay Options
Bedni Bugyal में टेंटिंग की सुविधा है, परंतु कोई स्थायी होटल नहीं है। आप यहां खुद का टेंट ला सकते हैं या किसी ट्रैकिंग कंपनी से पैकेज ले सकते हैं जिसमें:
- गाइड
- पोर्टर
- टेंट
- फूड और मेडिकल किट
शामिल होते हैं।
सलाह: बिना गाइड या अनुभवी टीम के यहां कैंपिंग न करें, मौसम अचानक खराब हो सकता है।
🌦️ Best Time to Visit Bedni Bugyal
Season | Highlights |
---|---|
मई-जून | फूलों से सजा मैदान, साफ मौसम |
सितंबर-अक्टूबर | ट्रैकिंग के लिए उपयुक्त, भीड़ कम |
नवंबर-फरवरी | बर्फबारी, लेकिन ट्रैक बंद हो सकता है |
जुलाई-अगस्त | मानसून में ट्रैक फिसलन भरा, ट्रैकिंग से बचें |
🚫 क्या सावधानियाँ बरतें?
- ट्रैक पर प्लास्टिक का प्रयोग ना करें
- अपना कचरा वापस साथ लाएं
- बर्फ और बारिश के मौसम में ट्रैकिंग से बचें
- स्थानीय संस्कृति का सम्मान करें
- मोबाइल नेटवर्क सीमित होता है, खासकर BSNL थोड़ा चलता है
🙋♂️ FAQ: आपके सवाल, हमारे जवाब
❓ क्या Bedni Bugyal ट्रैकिंग के लिए सुरक्षित है?
👉 हाँ, यदि आप मौसम और गाइडलाइन्स का ध्यान रखें तो यह ट्रैक सुरक्षित है।
❓ ट्रैकिंग के लिए कोई परमिट चाहिए?
👉 नहीं, लेकिन गाइड के साथ ट्रैकिंग करें और वन विभाग के नियमों का पालन करें।
❓ क्या यहाँ मोबाइल नेटवर्क मिलता है?
👉 बहुत सीमित। लोहाजंग तक नेटवर्क आता है, उसके बाद नहीं।
❓ Bedni Bugyal का धार्मिक महत्व क्या है?
👉 यह स्थान नंदा देवी राज जात यात्रा का प्रमुख पड़ाव है और Bedni Kund में पूजा होती है।
✍️ निष्कर्ष
अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं, ट्रैकिंग का शौक रखते हैं और उत्तराखंड के अनछुए सौंदर्य को अनुभव करना चाहते हैं, तो Bedni Bugyal आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है। यहाँ की शांति, हरियाली और हिमालय का आलौकिक दृश्य जीवनभर याद रहेगा।